विषय-सूची देखें
नमस्कार दोस्तों कैसे हो आप सभी आज हम बात करेंगे आईपीएस (IPS) शारदा राउत के बारे में कैसे उन्होंने अपनी मेहनत से IPS बनी। शारदा राउत 2005 में UPSC में आईपीएस topper रही है। IPS Sharda Raut महाराष्ट्र के नासिक में पैदा हुई थी और यही उनका बचपन गुजरा। जब शारदा 12 क्लास में थी तभी से UPSC की तैयारी कर रही थी जिसकी बदौलत उन्होंने 2005 में बेस्ट आईपीएस रैंक हासिल कर ली। आज हम बात करने वाले है IPS Sharda Raut biography, Age, Wiki, Husband, Batch, Family member, Contact Number आदि के बारे में।
कौन है आईपीएस शारदा राउत? (Who is Sharda Raut IPS?

कैरी मिनाती का जीवन परिचय और उनकी सफलता की कहानी Biography of CarryMinati
शारदा राउत का जन्म महाराष्ट्र के नासिक में हुआ है और ये 2005 में UPSC की topper आईपीएस रैंक हासिल कर चुकी है। इन्होने ने नासिक में ही अपनी पढाई की और अपने सपने को सच कर चुकी है। वह बताती है की उनकी स्कूल की पढाई पूरी होने से पहले ही उन्होंने आईपीएस की तैयारी शुरू कर दी थी और मन में संकल्प ले चुकी थी की वह UPSC क्लियर करके आईपीएस जरूर बनेगी।
मेहुल चौकसी को जल्द गिरफ्तार करेंगे शारदा राउत आईपीएस (Sharda Raut IPS will arrest Mehul Choksi soon)

Best 3 Universities for Online MBA Programs in USA
भारत से हजारों करोड़ का घोटाला कर के भागे मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण को लेकर भारत हर संभव कोशिश करने में जुटा है। बुधवार के दिन चोकसी के मामले की डोमिनिका की कोर्ट में सुनवाई होनी थी। ऐसे में अगर चोकसी को भारत प्रत्यर्पित किया जाता है तो, उसे भारत लाने की जिम्मेदारी सीबीआई ऑफिसर शारदा राउत की होगी। शारदा राउत, पंजाब नेशनल बैंक यानी पीएनबी मामले की जांच की अगुवाई कर रही हैं और मेहुल चोकसी को वापस लाने के मिशन में भी वह अहम भूमिका में हैं।
राउत एक अन्य सीबीआई ऑफिसर समेत 6 अधिकारियों के साथ डोमिनिका में ही हैं। सूत्रों की माने तो अगर डोमिनिका की कोर्ट मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण का आदेश देती है, तो उसे भारतीय अधिकारियों द्वारा प्राइवेट जेट से नई दिल्ली लाया जाएगा। चोकसी को भारत लाने वाली टीम का नेतृत्व शारदा राउत ही कर रही हैं। शारदा राउत महाराष्ट्र से 2005 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं।
मेहुल चोकसी ने नवंबर 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता ली थी लेकिन उसने आज तक भारत की नागरिकता नहीं छोड़ी है। इसलिए वह अभी भी भारतीय नागरिक है।
अधिकारी यह भी कोशिश कर रहे हैं कि डोमिनिका की अदालत में कानूनी पेच में फंसकर चोकसी का मामला लंबित न रह जाए, नहीं तो उसे भारत लाने के लिए और इंतजार करना पड़ सकता है।