(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
तो कई होते हैं दुनिया में लेकिन एक रिश्ता बहुत ही खास होता है। ये रिश्ता है भाई
और बहन का। भाई और बहन चाहे कितनी ही दूर क्यों न हों। उनके बीच का प्यार कभी कम
नहीं होता। माँ के बाद बहन ही होती है जो एक आदमी के लिए हमेशा दुआ मांगती रहती है
और उसका ख्याल रखती है।
छोटी हो या बड़ी, वो हमेशा भाई का ख्याल रखती है और अपने भाई से बहुत प्यार करती है।
वैसे तो भाई-बहन का प्यार सदा बरक़रार रहता है लेकिन एक ऐसा पर्व है जो इस प्यार को
कई गुना बाधा देता है वो है रक्षाबंधन का त्यौहार। इसी प्यार के एहसास को मैंने
शायरी में प्रस्तुत करने की कोशिश की है। आइये पढ़ते हैं :- ” रक्षाबंधन
पर शायरी “
किसी
के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बाँधेगा
अगर
बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बाँधेगा
बहन
का प्यार जुदाई से कम नहीं होता
अगर
वो दूर भी जाए तो ग़म नहीं होता
बंधन
सा इक बँधा था रग-ओ-पय से जिस्म में
मरने
के ब‘अद हाथ से मोती बिखर गए
ज़िंदगी
भर की हिफ़ाज़त की क़सम खाते हुए
भाई
के हाथ पे इक बहन ने राखी बाँधी
चली
आती है अब तो हर कहीं बाज़ार की राखी
सुनहरी
सब्ज़ रेशम ज़र्द और गुलनार की राखी
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
किसी
के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बाँधेगाअगर
बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बाँधेगा
बहन
का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होतावो
चाहे दूर भी हो तो गम नहीं होताअक्सर
रिश्ते दूरियों से फीके पड़ जाते हैपर
बहन भाई का प्यार कभी कम नहीं होता
ओस
की बूंदों से भी प्यारी है, मेरी बहनागुलाब
की पंखुड़ियों से भी नाज़ुक है, मेरी बहनाआसमां
से उतारी कोई राजकुमारी है, मेरी बहनासच
कहूँ तो मेरी आँखों की राजदुलारी है, मेरी बहना
वो
बचपन की शरारते, वो झूलों पे खेलनावो
माँ का डांटना, वो पापा का लाड-प्यारपर
एक चीज़ और जो इन सब में ख़ास हैवो
है मेरी प्यारी बहन का प्यार
बहनों
को भाइयों का साथ मुबारक होभाइयों
की कलाइयों को बहनों का प्यार मुबारक होरहे
ये सुख हमेशा आपकी जिन्दगीं मेंआप
सबको राखी का पावन त्यौहार मुबारक हो
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
सावन
के महीने में राखी का त्यौहार आता हैंपरिवार
के लिए जो कि ढेरों खुशियाँ लाता हैंरक्षाबन्धन
के पर्व की कुछ अलग ही बात हैंभाई-बहन
के लिए पावन प्रेम की सौगात हैं
भैया
देता यह वचन, रक्षा मैं तन, मन, धन.जीवन
भी देगा वार, आया राखी का त्योहार.जाती
धर्म नही व्यवधान, जैसी धरती खुला आसमान.धूप
चाँदनी सा बरसे प्यार, आया राखी का त्योहार.
अपनी
दुओं में जो, उसका ज़िकर करता है,
वो
भाई है जो ख़ुद से पहले, बहन की फ़िकर करता है
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
किसी
के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बाँधेगा,
अगर
बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बाँधेगा?
रक्षा
के पवित्र बंधन को सदा निभाइये,
अनमोल
है बहन, सदा
स्नेह लुटाइये।
बहना
ने भाई की कलाई से प्यार बांधा है,
कच्चा
धागा नहीं खुशियों की डोर को बांधा है।
सारे
जहान से अच्छी मेरी बहना है,
मुझे
उससे कुछ कहना है,
कब
आओगी बहना राखी का त्यौहार आने वाला है।
अपनी
खुशियों को भाईयों पर वार देती है,
बहने
तो ताउम्र बस स्नेह और प्यार देती है!लड़ता
है भाई बेशक़ वजह बेवजह बहन से,
पर
बहन से नोक-झोंक ही उसे करार देती है!
दूर
होके भी पास होने का ये अनूठा अहसास है,
हाँ, ये
मेरे भाई के स्नेह और शुभकामनाओं का ही प्रकाश है।”
किसी
के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बाँधेगाअगर
बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बाँधेगा
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
चली
आती है अब तो हर कहीं बाज़ार की राखी
सुनहरी
सब्ज़ रेशम ज़र्द और गुलनार की राखी
आस्था
का रंग आ जाए अगर माहौल में
एक
राखी ज़िंदगी का रुख़ बदल सकती है आज
बहन
का प्यार जुदाई से कम नहीं होता
अगर
वो दूर भी जाए तो ग़म नहीं होता
बहनों
की मोहब्बत की है अज़्मत की अलामत
राखी
का है त्यौहार मोहब्बत की अलामत
ज़िंदगी
भर की हिफ़ाज़त की क़सम खाते हुए
भाई
के हाथ पे इक बहन ने राखी बाँधी
रक्षा-बंधन
की सुब्ह रस की पुतली
छाई
है घटा गगन पे हल्की हल्की
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
बहना
ने भाई की कलाई से प्यार बाँधा हैं,
प्यार
के दो तार से खुशियों का संसार बाँधा हैं,
तोड़े
से भी ना टूटे, ये ऐसा मन बंधन है,
इस
बंधन को सारी दुनिया कहती रक्षा बंधन है
जन्मों
का ये बंधन है, स्नेह और विश्वास का और भी गहरा हो जाता है ये रिश्ता, जब बांधता है धागा रक्षा बंधन के प्यार
का। रक्षाबंधन की शुभकामनाएं।।
चंदन
की लकड़ी, फूलों
का हार, अगस्त
का महीना, सावन
की फुहार,
भैया की कलाई बहन का प्यार, मुबारक
हो आप सभी का रक्षा बंधन का त्यौहार।
र =
रक्षा करना बहन कीक्षा=क्षमा
करना बहन कोबं
= बंधन से मुक्त करना बहन कोध =
ध्यान रखना बहन कान =
नही भूलना बहन को
खुशिया
रक्षा बंधन की, साथ में मिठाई और घेवर,
वचन
मेरा हैं तुमसे भाभी, रक्षा करेगा तुम्हारा ये देवर!
बंधन की हार्दिक बधाई सन्देश
आपको उपर दिए गये रक्षाबंधन शायरी कैसी लगी हमको कमेंट करके जरुर बताये और अगर
आपको शायरी पसंद आई तो इसको सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूले!
चलिए यहाँ कुछ और Raksha Bandhan 2019 SMS है जो आपको बहुत पसंद आएंगे. तो आईये
दोस्तों शुभ संदेश को पढ़ना प्रारंभ करते है.
सावन
का माह झरे रिमझिम फुहार,
रक्षा
बंधन का लो आया पावन त्यौहारनये-नए
कपड़ों में सजे है भाई बहन,
सब
के मनों में देखो उमड़ रहा प्यार!
रेशम
के धागों का है यह मजबूत बंधनमाथे
पर चमके चावल रोली और चन्दनप्यार
से मिठाई खिलाये बहन प्यारीदेख
इसे छलक उठीं आँखों भर आया मन!
रिश्तों
में रुपयों का दखल अब आये न,
क्या
दिया क्या पाया मन न भरमाये,
प्यार
से बड़ा जग में और कुछ नहीं है होता,
बहना
को भाई और बहन को ना कभी भुलाये!
भाई
बहन के अनमोल रिश्तोंका
यह त्यौहाररक्षाबंधनदिल
से मुबारक हो!
प्रेम
और विश्वास के बंधन को मनाओजो
दुआ माँगो उसे तुम हमेशा पाओराखी
के त्यौहार है, भईया जल्दी आओअपनी
प्यारी बहना से आकर तिलक लगवाओ
बहन
का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होतावो
चाहे दूर भी हो तो ग़म नहीं होताअक्सर
रिश्ते दूरियों से फीके पड़ जाते हैंपर
भाई-बहन का प्यार कभी कम नहीं होतारक्षा
बंधन की शुभ कामनायें
दोस्तों आपको उपर दिए गये रक्षाबंधन शायरी कैसी लगी हमको कमेंट करके जरुर बताये और अगर आपको शायरी पसंद आई तो इसको सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूले!
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});