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Biography of blogger rohit kumar | Rohit google boy story

Biography of blogger rohit kumar |Rohit google boy story

Blogger Rohit Kumar’s Life Story

Biography of blogger rohit kumar |Rohit google boy story

आज का दिनांक 04 September है और मेरा जन्म आज ही के दिन हुआ था. मैं आपको इस Post में Special अपने आप के बारें में बताने वाला हूँ. जिसमें मैं अपनी और अपनी अब तक के पूरी Life के बारें में बताने वाला हूँ जो मैं अपनी Personal Life को सभी के साथ Share करने जा रहा हूँ. 
 
मेरा नाम Rohit Kumar है और मैं Bihar के Samastipur District के Dhamoun से Belong करता हूँ. मेरा जन्म 04 September 2002 को इसी स्थान पर हुआ था. मैं एक MCF (Middle Class Family) से Belong करता हूँ. हम न ही अमीर है और न ही गरीब? मेरा और मेरे Family के जीवन सुखमय चल रहा है. हाँ एक बात और Life है तो थोड़ी-अधिक Problem तो होगी ही But सब सही है.
 
हमारा Family एक Educated Family है और Joint Family भी ! सभी मिलजुल कर अच्छे से रहते है किसी से कोई गिला-सिकवा नहीं है. यहाँ पर All Members Educated है और उनकी Qualification भी High Label की है. कुछ Government Job कर रहें है तो कुछ Private Job और कुछ अभी पढ़ ही रहें है जैसे की मैं
 
फ़िलहाल मेरा Age उतना अधिक नहीं है जितना मेरे Work के हिसाब से होना चाहिए था, पर क्या करें, जिंदगी के कुछ पल इन्सान को खुद बदलने पर मजबूर कर ही देता है. जैसा कि मैंने आप सभी को सबसे ऊपर ही बता दिया हूँ मैं एक MCF से Belong करता है. आप सभी तो जानते ही है इन्सान अमीर हो या गरीब उसके पास कुछ ना कुछ Problems आती ही रहती है
 
ठीक इसी प्रकार मेरे Life में भी ऐसा ही हुआ है But मैंने एक Problem खुद Create नहीं किया है इसे किसी और ने Create किया था. मैं उनका शुक्रगुजार हूँ जो उन्होंने मेरे Life में एक ऐसी Problem Create कर दिये जो मेरे Life को ही Change कर दिया.
 
मैंने अपनी बचपन को खूब Enjoy किया है और बहुत कुछ सीखा भी है. हमारी Basic Education हमारे Birth Place पर ही हुई थी. बचपन के दिनों में मैं पढ़ना नहीं चाहता था (ऐसा अधिकतर के Life में होता है जो बचपन में पढ़ना नहीं चाहता है) School जाता 
 
और रास्ते से ही फिर घर आ जाता, School जाता भी तो 1 बजे तक किसी बहाना से घर चला आता या नहीं भी आता. जिस दिन ऐसा होता तो उसके Next Days मैं पक्का School नहीं जाता, इसका कारण होता था कि मैं अपना School Dress और Bag को कही पर छुपा कर रख देता, फिर अगले दिन वह नहीं मिलता और मेरा School जाने का Program Cancel हो जाता था.
 
इसी तरह कुछ दिन चलता रहा. धीरे-धीरे ये सभी को मैं खुद खत्म करने लगा था, क्योंकि कुछ लोगों के Motivational Thoughts मेरे Mind में Argest होने लगा था. मैं घर में छोटा हूँ तो मेरा नखरा भी अधिक था- मुझे ये चाहिए, मुझे वो चाहिए, मेरा जो मन करें मुझे वो अभी के अभी चाहिए? (बचपन में अधिकतर बच्चे जिद्दी और शरारती होते ही है ठीक उसी प्रकार मैं भी था)
 
खैर मैं धीरे-धीरे बड़ा होते गया और मेरे अन्दर ज्ञान का भी विकास होने लगा था. मेरे अन्दर कुछ ऐसी ज्ञान का विकास हुआ जो काबिले तारीफ थी. अब मेरा अधिकतर Time पढाई पर ही होती थी वो भी खासकर Math पर (Present में मुझे ये Subject उतना अधिक पसंद नहीं है) 
 
मैं Math में बचपन में इतना अधिक Intelligent हो गया था कि अपने से ऊपर Level के Class के भी Math के Questions Solve करने लगा था. School में मेरे एक Teacher थे जो मुझे Special Extra Math पढ़ाते थें.
 
उन्ही के बताएं गएँ बातों पर मैं विश्वास करता था वो मुझे इसके लिए पूरा Support करते थे. जब देखों तब मैं Math के पीछे पड़ा हुआ रहता था और दुसरे Classmate Students का भी Help करता था. (तुम्हें Math के ये Question बनाने में परेशानी हो रही है, अपना Copy दो मैं इसे यूँ Solve कर देता हूँ) ऐसे ही मैं और खुद को Math में Groth कर रहा था.
 
एक दिन हुआ ये कि मेरे एक दुसरे Teacher ने कहा-  देखो Rohit सिर्फ Math पढ़ने से कुछ नहीं होगा तुम्हे सभी Subject पढ़ना चाहिए इससे तुम्हारे Future के लिए Best होगा. 
 
मैंने भी उनकी बातों पर कुछ Discussion किया और उनकी बातों को समझ लिया. अब मैं Math पर उतना ध्यान नहीं दे रहा था. सभी Subject पर एक समान ध्यान दे रहा था और उससे कम Time Math पर? ऐसे ही करते-करते मेरा Math से ध्यान ही हट गया. (But उतना भी नहीं जितना आपके Mind में चल रहा होगा)
 
हमारे School में हर Friday को अन्ताक्षरी (दो पक्षों में गायें गयें आखरी शब्द का संगीत) होती थी. मुझे गाना गाना बहुत अच्छा लगता था मुझे बहुत सारें गानें आते थे, इतना अधिक कि मैं School के सभी Girls के गायें गयें गानों का जवाब देने के लिए
 
मैं अकेला काफी था. (Girls गाना गाती और हम Boys के पक्ष में सबको कहते “देख भाई तुमसब बस गाना सुनो Girls के आखरी शब्द के गानों का जवाब मैं दूंगा” ऐसे ही करते-करते मैं कभी भी अन्ताक्षरी में हार नहीं माना था. Time खत्म हो जाता था, But मेरा गाना नहीं
 
ऐसे ही Time गुजरता गया और मैं 10th में भी आ गया. हमारी Life और पढाई दोनों ही अच्छी चल रही थी. मैंने 10th का Exam BSEB (Bihar School Examination Board) से दिया है. मेरे Family वालें पहले ही कह रहे थे,
 
कि Rohit तुम 10th का Exam CBSE (Central Board Of Secondary Education) से दों, But मैंने साफ़ माना कर दिया Because मैंने उनको कहा- जो Board आधे से अधिक Exam Marks Already ही तय किये हुए रहते है मुझे ऐसे Board से बिल्कुल भी Exam नहीं देना है.
 
मेरे इस बात से वो मेरा कहा मान गए और मैंने BSEB से ही Exam की तैयारी करने लगा. इसका तैयारी भी बढ़िया चल रहा था. वो समय आ ही गया जब मेरा 10th का Exam होने वाला था. इसका तैयारी मैंने खूब किया था, इससे मुझे Exam Hall में जाने से भी डर नहीं लग रहा था (मैं अब किसी भी Exam देने से और किसी से सीधी बात करने में नहीं डरता हूँ)
 
मैंने 10th का Exam भी अच्छे से दिया था अपने Exam Hall में मैं ही पहला ऐसा बंदा था, जो सबसे पहले सभी Questions को Solve कर देता था. कई Checking Master मेरा Copy भी Check करते थें और वो कहते थें “तुम्हारा Marks बहुत ही बढ़िया आयेगा” मैंने सभी का Answer लगभग सही ही दिया था मुझे भी यकीन था मेरा भी Marks बढ़िया आयेगा. इसी तरह मेरा सभी Subject का Exam खत्म हो गया था.
 
मैंने Exam देने से पहले ही सोच रखा था Exam देने के बाद मैं Computer Class Join कर लूँगा  (मेरे पास Already ही एक Acer का Laptop था जो 2007 में ही Purchase किया गया था. ये Laptop अभी तक मेरे पास ही है) और मैंने ऐसा ही किया मेरा Exam ख़त्म हुआ
 
और मैंने 15 March 2017 से एक Computer Institute को Join कर लिया था. इससे पहले मेरे पास Computer का उतना Knowledge नहीं था बस अंदाज पर बिना पढ़े चलाता रहता था कुछ Video/Photos मिल जाता तो उसे ही देखने लगता था.
 
खैर मैंने Computer Class को जारी रखा और इस बीच Free Time में Enjoy भी खूब किया था. मेरा एक बचपन से एक सपना था “काश मेरा भी Photo Google पर होता तो कितना अच्छा होता” पता है मैं पहले क्या सोचता था,
 
जो लोग मुझसे बड़े है और वो Internet Use करते है वो इन सभी के बारें में अधिक जानते होंगें, उनको Website बनाना, Google पर Photo Show कराना ETC आता होगा (But मुझे कुछ समय बाद पता चला उन्हें नहीं आता है उनमें से अधिकतर सारा-सारा दिन Faebook, WhatsApp, YouTube पर Busy रहते है)
 
मैं 2014 से Internet का Fully User रहा हूँ और आगे भी रहना पसंद करूंगा. एक दिन मैंने एक USA के Website पर एक Content Article पढ़ रहा था, जिसमें Website बनाने का जिक्र था और उसमें ये भी लिखा हुआ था कि इससे अपना Photo Google पर Show करा सकते है (in English Language) उसमें बतायें गयें Step को मैंने Follow किया और 23 March 2017 को अपना Personal Website बना लिया.
 
पहले मेरे पास इसका Knowledge Zero% (शायद आर्यभट्ट ने मेरे लिए ही Zero का खोज ऐसी Knowledge के लिए किये थे) था. अपनी Site के Dashboard के साथ छेड़-छाड़ करते मैंने अपना 5-6 Picture Upload कर दिया जो लगभग One Month बाद Google में Show करने लगा था. 
 
(इसका अधिक Knowledge हो जाने के कारण अब मेरा Content Google में Only Two Minute में Show करने लगता है) मैं तो अब Happy-Happy-Happy हो गया इतना Happy हो गया था कि मैंने अपना Facebook Profile Name Rohit Kumar Happy रख लिया था. सभी को अब कहता फिरता था “अब तो Google मेरा नाम Search करने पर मेरे बारें में बताता है”
 
इसी प्रस्थिति में मेरा भी Result Bihar Board ने मेरे इक्षा अनुसार नहीं दिया जितना मैंने सोचा था. मैंने कभी ये नहीं सोचा था कि Bihar Board इतना गन्दा काम करता है. मैं इससे बहुत ही अधिक दुःखी था इतना अधिक Sad हो गया था जिसको मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता हूँ. मैंने Bihar Board पर Complaint कर दिया तब जाकर मेरे Result में कुछ हद तक सुधार किया But मैं तब भी इससे संतुष्ट नहीं था.
 
हम कैसे रहें संतुष्ट दिन-रात मेहनत किया था. इसके चलते रात को सो नहीं पा रहा था, लिखते-लिखते अंगूठा में दर्द होने लग जाता, आँख दुखने लगती तब भी मैं इस बात को नकारते रहा और जीतोर मेहनत की और ये Bihar Board के Copy Check करने वालें एक पल में मेरे मेहनत को पानी में मिला देंगें.
 
मैं खुद को Tension में देखना पसंद करता हूँ, क्योंकि Tension में जीने का मजा ही कुछ और होता है
 
मुझे यह सदमा कुबूल नहीं हुआ और मैंने कुछ अलग करने की सोची. पर क्या??? इतनी छोटी-सी Age में कुछ अच्छा भी नहीं कर सकता था जिससे लोग मुझ पर पहले से और अधिक विश्वास करने लगे. इसी दौर में मैंने अपना Computer Class Join रखा. 
 
पहले मैं Computer को धीरे-धीरे पढ़ता था But मैंने सोचा ऐसे काम नहीं चलेगा अब मैं अपना Career Computer के क्षेत्र में ही बनाऊंगा और Computer की Speed से सीखूंगा. भला ये भी तो Computer ही है इसे भी तो किसी इन्सान ने ही तो बनाया है. मैं अब कहता हूँ
 
Computer के पास दिमाग होता ही नहीं है ये तो हम इंसानों के दिमाग से ही काम करता है जितना कहते है ये उतना ही करता है
 
जब मैंने सोचा कि मैं अपना Career Computer क्षेत्र में ही अब बनाऊंगा तो मैंने ये छोटा-मोटा Computer Knowledge नहीं रखना चाहता था इतना Computer Idea तो सभी के पास होते है. इससे Professional Knowledge को अपने अन्दर Define करूंगा. 
 
मैंने Software Engineer के बारें में अधिक Internet पर पढ़ना चालू कर दिया. तब मुझे पता चला कि Software Engineer बनने के लिए Programming Language को सीखना पड़ता है. मुझे ये Programming Language में Confuse होने लगी कि आखिर ये होता क्या है और इसे कैसे सीख सकते है.
 
इसके बारें में मैंने Internet पर बहुत अधिक Research किया और पता चला कि Programming Language में Coding करनी होती है जिससे Website/Software ETC बनती है. मुझे कुछ Programming Language HTML, CSS, Java, JavaScript, C, C++ ETC के बारें में पाता चला. मैंने इसे सिखने की इक्षा जाहिर की और तुरंत Google पर इसके बारें में पढ़ने लगा, लेकिन सभी चीज जो Programming में होती है 
वो Google के Front Page Website में Available नहीं थी So मैंने इसका e-Book Purchase किया और दिन-रात पढ़ने और Coding करने लगा. मेरा लगभग 17+ Hours मेरे Computer के सामने गुजरता था. (अधिक Computer Screen के सामने रहने से मेरे आंख में कुछ Problem आ गई है इसलिए Doctor ने मुझे Power की चश्मा पहनने की सलाह दी है)
 
मैंने Google के साथ-साथ YouTube Channel Mentoras Adda से भी Coding सीखने लगा. Present में मेरे पास YouTube पर Available लगभग सभी Coding And Motivational Speaker Sandeep Maheshwari And Vivek Vindra से Related Video
 
शुरू में तो मुझे थोड़ा-सा भी समझ नहीं आ रहा था, लेकिन इसके अधिक प्रयास से मुझे Coding करना समझ आने लगा. ऐसे ही करते-करते मुझे Coding की अच्छी knowledge होने लगी मैंने अपनी प्रयास जारी रखा और मैं HTML, CSS, Java, JavaScript, PHP, C And C++ की Knowledge ले ही लिया. अब मैं Offline Coding करके Website बना लेता हूँ.Offline में मौजूद है 
 
मैं Present में Three Type का Website बना लेता हूँ वो Web Platform Blogger, WordPress,  Wix And Coding शामिल है. अब मैं Website/Blog बना के Sale करता हूँ. हमारी Life में बहुत सारें बदलाव आया है वो क्या है इसके बारें में मैं नीचे बता रहा हूँ
 
मुझे बहुत सारी Prize और Certificate भी मिल चूका है. मैं अपना कुछ पल की तस्वीर आप सभी के साथ Share करने जा रहा हूँ जो हमारी Life की एक नई उपलब्धियों में शामिल है. जिसने मुझे और तेजी से Develop करने को प्रेरित किया है और Future में करता रहेगा.

हमारी Think कैसी है

सबसे पहले तो हमारी Think Positive है और यह Positive ही रहेगी. मैं चाहता हूँ हर कोई Develop करें, Skill Development करें, Personality Development करें, अपना Passion को Professional में Convert करें. बसरते सबकी सोच हमारी जैसी नहीं हो सकती है But मेरा हर समय संभव प्रयास रहेगा कि सभी अपने Life में कुछ अच्छा करें.

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Last Word

तो यह थी हमारी Life Story आपको अब पता चल ही गया होगा कि मेरा Life कैसा चल रहा है. इन्ही आखरी शब्द से अपनी बातों को ख़त्म करता हूँ.

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