जैसा की आप सभी को पता है की Apple और Facebook के बीच में काफी लम्बे समय से टकराव का माहौल बना हुआ था। इस लम्बे टकराव के बाद मर्कजुकरबर्ग की कंपनी फेसबुक ने एप्पल कम्पनी की कुछ शर्तें मान ली है। इस दौरान दोनों के बीच आपसी टकराव कुछ कम होता दिखाई दे रहा है। वही कुछ समय बाद दोनों के बीच लड़ाई भी खत्म हो सकती है।
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आपको बता दूँ की बीते बुधवार के दिन फेसबुक ने एक बड़ी घोषणा की और अपनी इस घोषणा में उसने कहा की वे अब अपने विज्ञापन टूल्स में कुछ नए बदलाव कर सकते है। इस दौरान फेसबुक विज्ञापन से सम्बंधित बदलाव एप्पल के आने वाले प्राइवेसी अपडेट के अनुकूल हो सकती है। इस तरह से आने वाले कुछ समय में विज्ञापन देने वाली सभी छोटी-बड़ी कम्पनियाँ Apple यूजर्स का डाटा एकत्रित नहीं कर पाएगी। इस दौरान अगर कोई कंपनी Apple यूजर्स का डाटा एकत्रित करती है तो इसके लिए उन्हें सबसे पहले Apple मोबाइल यूजर्स की परमिशन लेनी पड़ेगी जिसके पश्चात् ही वे डाटा संग्रह कर सकते है यथार्थ नहीं।
Apple यूजर्स को मिलेगा विज्ञापन को ब्लॉक करने का अधिकार

अगर आप ये बात इससे पहले नहीं जानते थे तो आज में आपको बता दूँ की दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी Facebook और Apple के ऐप ट्रैकिंग ट्रांसपरेंसी फीचर के साथ मिलकर काम कर रही है। इसको एप्पल यानी की I phone के आने वाले सॉफ्टवेयर या यूँ कहूं की लेटेस्ट version के साथ आने वाले समय में अपडेट किया जा सकता है। ये Apple यूजर्स को मोबाइल के अलग-अलग ऐप से आने वाले विज्ञापन को ब्लॉक करने की इजाजत देगा।
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वही एप्पल की तरफ से यूजर्स के डाटा को प्राइवेसी राइट मजबूती देने की घोषणा की है। लेकिन इस काम को करने के लिए Apple को Facebook की तरफ से आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। Apple को सबसे अधिक विरोध उन ऐप Developer की तरफ से झेलना पड़ा था जिनका पूरा कारोबार ही विज्ञापनो ट्रैकिंग पर टिका हुआ है।
ऐप कमीशन फीस का विवाद अब भी जारी

Facebook ने बीते बुधवार को साफतौर पर कहे चुकी है की विज्ञापन टूल्स में बदलाव करने की वजह से टार्गेट विज्ञापन तक पहुंचने में कई दिक्कतों का सामना किया जायगा। इसी के साथ Facebook ने कहा की कंपनी प्राइवेसी इन्हेंस टेक्नोलॉजी में निवेश कर रही है जिससे की डाटा कलेक्शन को कम किया जा सके।
वही Apple और Facebook के बीच ऐप कमीशन को लेकर अभी तक तगड़ा विवाद छिड़ा हुआ है। इस दौरान iPhone मेकर्स iOS डिवाइस पर लिस्टेड ऐप से चार्ज वसूलता है। वही Facebook, Apple की इस हरकत से बेहद नाराज है और इसके खिलाफ है उसका कहना है की ये छोटे ऐप Developers के लिए बेहद नुकसानदाय है।